ब्रह्म मुहूर्त दो मुहूर्तों की अवधि है, यह भोर से लगभग डेढ़ घंटे पहले का समय होता है । वैदिक परंपरा में इस अवधि को प्रार्थना और ध्यान जैसी आध्यात्मिक प्रथाओं के लिए आदर्श समय माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त के दौरान जागने से कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। आयुर्वेदिक पाठ्यपुस्तक में लिखा गया पहला वचन स्वास्थ्य और लंबे जीवन के लिए दैनिक आहार के बारे में बताते हुए ब्रह्म मुहूर्त के महत्व को दर्शाता है।